भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स की पृथ्वी पर वापसी का इंतजार पूरा हुआ। विलियम्स के अलावा उनके सहकर्मी बुच विल्मोर, निक हेग और अलेक्जेंडर गोरबुनोव ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी की है। पिछले साल जून से अंतरिक्ष मे फंसे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, आखिरकार उनका स्पेसक्राफ्ट सफलतापूर्वक SpaceX के ड्रैगन कैप्सूल के जरिए फ्लोरिडा के समुद्री तट पर उतारा गया। NASA के दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने पिछले साल 5 जून 2024 को बोइंग स्टारलाइनर जो की पहले मानव मिशन के तहत यात्रा की थी यहा यात्रा कुछ ही दिनों की थी लेकिन तकनिकी खराबी के कारण अंतरिक्ष यात्रियों को वापिसी नहीं हो पाई और उन्हें नौ महीनो के लम्बे समय का इंतजार करना पड़ा।
जब मानव मिशनों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक ले जाने की बात आई, तो नासा ने दो प्रमुख कंपनियों – स्पेसएक्स और बोइंग को इस जिम्मेदारी के लिए चुना। स्पेसएक्स ने क्रू ड्रैगन बनाया, वहीं बोइंग ने स्टारलाइनर विकसित किया बोइंग दशकों से नासा के साथ काम कर रहा है। अंतरिक्ष यान से लेकर ISS तक, बोइंग का अहम योगदान रहा है। इस लंबे अनुभव को देखते हुए, नासा ने बोइंग को इस मिशन के लिए उपयुक्त माना। स्टारलाइनर को इस तरह डिज़ाइन किया गया है की वह खुद भी और मैन्युअली भी नियंत्रित किया जा सकता है लेकिन तकनिकी ख़राबी के कारण इस बार ऐसा न हो सका।
bahut bahut badhaiya…