चारधाम यात्रा 2025 की तैयारी जोरों पर है, और इस बार सरकार ने यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। हर साल लाखों श्रद्धालु बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की पवित्र यात्रा पर निकलते हैं। यात्रा के दौरान उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बदलते मौसम और ऑक्सीजन की कमी के कारण तीर्थयात्रियों को कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन्हीं चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इस साल 20 मेडिकल रिलीफ पोस्ट (MRP) और 31 स्वास्थ्य जांच केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं, जो तीर्थयात्रियों को त्वरित चिकित्सा सुविधा प्रदान करेंगे।
चारधाम यात्रा के दौरान उच्च ऊंचाई पर स्थित तीर्थस्थलों पर जाने वाले श्रद्धालुओं को ऑक्सीजन की कमी, हाई एल्टीट्यूड सिकनेस, थकान और हृदय संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन स्वास्थ्य समस्याओं को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने विशेष मेडिकल रिलीफ पोस्ट स्थापित करने का निर्णय लिया है। इन केंद्रों में प्राथमिक चिकित्सा, ऑक्सीजन सिलेंडर, जीवन रक्षक दवाएं और आपातकालीन सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में यात्रियों को तुरंत सहायता मिल सके।
इसके अतिरिक्त, 31 स्वास्थ्य जांच केंद्रों की स्थापना की जा रही है, जो यात्रियों की नियमित स्वास्थ्य जांच करेंगे। यह कदम विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों और बीमार व्यक्तियों के लिए मददगार साबित होगा, ताकि यात्रा के दौरान उनकी सेहत पर निरंतर निगरानी रखी जा सके।
चारधाम यात्रा में देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी जैसे कई प्रमुख ट्रांजिट जिले महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन जिलों में 37 स्थायी स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड किया जा रहा है। इसके अलावा, नई स्क्रीनिंग इकाइयों की स्थापना भी की जाएगी, जहां तीर्थयात्रियों की पूरी तरह से जांच की जाएगी और जरूरत पड़ने पर आवश्यक चिकित्सा सलाह दी जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इस साल यात्रा के दौरान हेलिकॉप्टर और बोट एंबुलेंस की भी तैनाती की जाएगी, ताकि आपातकालीन स्थितियों में तीर्थयात्रियों को शीघ्र चिकित्सा सहायता प्रदान की जा सके। इस पहल से विशेष रूप से उन यात्रियों को फायदा होगा, जो दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा कर रहे हैं और जहां पारंपरिक चिकित्सा सहायता देर से पहुंच सकती है।