अगर आप शहर की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और बढ़ती गर्मी से कुछ समय के लिए ब्रेक लेना चाहते हैं, तो आइए हम आपको उत्तराखंड की कुछ खास घूमने लायक जगहों के बारे में बताते हैं। ये जगहें शांत माहौल, ठंडी हवाओं और भीड़ से दूर स्थित हैं, जहाँ आप अपने परिवार के साथ गर्मियों की छुट्टियाँ सुकून से बिता सकते हैं। यहाँ की हरियाली, पहाड़ियों से ढकी घाटियाँ और साथ ही लोकल संस्कृति का अनुभव भी देखने को मिलता है। न तो यहाँ शोर-शराबा है और न ही भागदौड़ यहाँ सिर्फ प्रकृति, शांति और ताजगी से भरे पल आपको महसूस होंगे।अगर आप सच में एक आरामदायक और यादगार समर ट्रिप की तलाश में हैं, तो उत्तराखंड आपकी लिस्ट में ज़रूर शामिल होना चाहिए।
1. खिर्सू – पौड़ी शहर से 15 किमी दूर स्थित खिर्सू एक शांत और भीड़-भाड़ से दूर गाँव है, जहाँ से आप बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियाँ साफ देख सकते हैं। यहाँ का मौसम ठंडा और सुकून देने वाला होता है। आप यहाँ खिर्सू व्यू पॉइंट, पुराना शिव मंदिर, और आसपास के जंगलों में वॉक का मज़ा ले सकते हैं। दिल्ली से खिर्सू की दूरी लगभग 350 किमी है। निकटतम रेलवे स्टेशन कोटद्वार या ऋषिकेश है, और एयरपोर्ट देहरादून का जॉलीग्रांट है।
2. लैंसडाउन – लैंसडाउन, पौड़ी गढ़वाल में बसा एक साफ़, शांत और बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो भीड़-भाड़ से दूर एक अच्छा वीकेंड गेटवे है। यहाँ आप टिप एन टॉप, भुल्ला ताल झील, कालेश्वर मंदिर, गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल म्यूज़ियम देख सकते हैं। साथ ही थोड़ी दूर में स्थित ताड़केश्वर मंदिर के भी दर्शन कर सकते हैं। दिल्ली से इसकी दूरी लगभग 250 किमी है और इसका निकटतम रेलवे स्टेशन कोटद्वार (40 किमी) है।
3. रानीखेत – रानीखेत को कुमाऊँ रेजिमेंट का गढ़ माना जाता है। यह कुमाऊँ क्षेत्र में बसा एक हरा-भरा हिल स्टेशन है, जो अपनी शांत वाइब, साफ़ हवा और खूबसूरत वादियों के लिए जाना जाता है। यहाँ आप रानी झील, कुमाऊँ रेजिमेंटल म्यूज़ियम, झूला देवी मंदिर, चौबटिया गार्डन और गोल्फ कोर्स जैसी जगहें देख सकते हैं। हिमालय की चोटियों का नज़ारा यहाँ से बहुत ही शानदार दिखता है। यह दिल्ली से लगभग 360 किमी की दूरी पर है। इसका निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम (75 किमी) है, जहाँ से टैक्सी या लोकल बस मिल जाती है।
4. मुनस्यारी – उत्तराखंड का एक खूबसूरत और शांत टाउन है, जो ट्रेकिंग और नेचर लवर्स के लिए जन्नत से कम नहीं। यहाँ से पंचाचूली की पांच बर्फीली चोटियाँ साफ़ दिखाई देती हैं। आप यहाँ बिर्थी फॉल्स, खुला टॉप ट्रेक, और नंदा देवी मंदिर घूम सकते हैं। यह हल्द्वानी से लगभग 290 किमी दूर है। निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, और वहाँ से टैक्सी लेकर मुनस्यारी पहुँचा जा सकता है।
5. कौसानी – बागेश्वर ज़िले में बसा एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। इसे भारत का ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ भी कहा जाता है। यहाँ से आप बर्फ से ढकी चोटियाँ, ख़ासकर त्रिशूल, नंदा देवी और पंचाचूली को आसानी से देख सकते हैं। साथ ही आप नज़दीकी जगहों जैसे – अनासक्ति आश्रम (जो इतिहास से खास जुड़ा हुआ है), चाय बागान, पिनाथ मंदिर, रुद्रधारी झरना आदि जगह घूम सकते हैं। यह काठगोदाम से लगभग 140 किमी दूर है, जहाँ आप टैक्सी या लोकल बस से आसानी से पहुँच सकते हैं।
6. चकराता – देहरादून शहर से करीब 90 किमी दूर एक ऑफबीट हिल स्टेशन है, जो आर्मी छावनी क्षेत्र में आता है, जिसके कारण यहाँ का वातावरण साफ और स्वच्छ है। यहाँ की हरियाली, शांति और ताज़ी हवा आपको फ्रेश कर देती है। आप यहाँ टाइगर फॉल्स, देओबन जंगल, लाखामण्डल, बुधेर गुफाएँ देख सकते हैं।
7. शोर घाटी – यह घाटी पिथौरागढ़ ज़िले में बसी एक शांत और खूबसूरत जगह है, जहाँ आप प्रकृति के करीब रहकर असली पहाड़ी जीवन का अनुभव कर सकते हैं। इस घाटी के आसपास कई छोटे-छोटे गाँव हैं, जहाँ की सादगी और संस्कृति दिल को छू जाती है। यहाँ के हरे-भरे घास के मैदान, बहती जलधाराएं, और ट्रेकिंग के छोटे रास्ते बेहद सुकून देने वाले हैं। सुबह-सुबह की बर्ड वॉचिंग और साफ मौसम में दिखती पंचाचूली की बर्फीली चोटियाँ इस जगह को और भी खास बनाती हैं। आप यहाँ लोकल लोगों से मिलकर उनकी बोली, खाना और जीवनशैली को भी करीब से जान सकते हैं। शोर घाटी उन लोगों के लिए परफेक्ट है जो भीड़ से दूर, शांति और प्राकृतिक सुंदरता के बीच कुछ दिन बिताना चाहते हैं।
8. द्यारी गांव – पिथौरागढ़ का छुपा हुआ हीरा
अगर आप कुछ नई जगह देखना चाहते हैं तो द्यारी गांव आपके लिए एक अच्छा विकल्प होगा। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ज़िले में बसा यह गाँव, पिथौरागढ़ शहर से लगभग 30 से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अगर आप लोक संस्कृति और गाँव के जीवन को पास से महसूस करना चाहते हैं तो यह आपके लिए एक बढ़िया जगह है। आप यहाँ गाँव के लोगों के बीच रहकर उनकी दिनचर्या को करीब से जान सकते हैं। यहाँ से आप हिमालय की ऊँची चोटियों, जैसे पंचाचूली, नंदा देवी आदि को साफ-साफ देख सकते हैं।
9. दूधातोली – दूधातोली एक ऐसी जगह है जहाँ से उत्तराखंड की पाँच नदियों का उद्गम होता है। यह ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए एक खास जगह है जो चमोली और पौड़ी जिलों के बीच फैला हुआ है। यहाँ एक घना जंगल और पहाड़ी इलाका है, जहाँ बहुत ही कम लोग जाते हैं। यहाँ से दिखने वाला बर्फीला हिमालय और जंगलों की शांति इसे ट्रेकर्स और सोलो ट्रैवलर्स के लिए एक ड्रीम डेस्टिनेशन बनाती है। यहाँ पहुँचने के लिए लैंसडाउन या पोखरा से ट्रेक करना होता है, और यही इस जगह को खास बनाता है यहाँ कोई शोर नहीं, सिर्फ़ प्रकृति की आवाज़ें। यह क्षेत्र स्वतंत्रता सेनानी वीर चंद्र सिंह गढ़वाली से भी जुड़ा हुआ है, जिनकी याद में यहाँ एक स्मारक बना हुआ है। इस ट्रेकिंग रूट से आप त्रिशूल, नंदा देवी और अन्य हिमालयी चोटियों का भव्य दृश्य देख सकते हैं।
10. मंडल गाँव – अगर आप एक ट्रेकिंग प्रेमी हैं तो मंडल गाँव आपके लिए एक बहुत ही खास जगह हो सकती है। मंडल गाँव चमोली ज़िले में स्थित है, जो गोपेश्वर से सिर्फ 12 किलोमीटर दूर है। यह जगह फूलों की घाटी, तुंगनाथ और चोपता जैसे मशहूर ट्रैकिंग पॉइंट्स के नज़दीक है। यहाँ की हरियाली, पहाड़ी रास्ते और लोकल जीवन मन को सुकून देते हैं। यह घाटी बर्ड वॉचिंग के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है। आप यहाँ काठगोदाम या ऋषिकेश से जोशीमठ की ओर जाते हुए गोपेश्वर होते हुए मंडल पहुँच सकते हैं।